Aलोकसभा के महासंग्राम के आखिरी चरण से पहले पश्चिम बंगाल में हिंसा और अराजकता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां की ममता सरकार पर तीखा हमला बोला है तो कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों को भी घेरा। उन्होंने दो टूक कहा कि दीदी खुलेआम बदला लेने की धमकी देती हैं। महामिलावटी तो ऐसे हैं, जो उनके गुंडाराज का भी बचाव करते हैं। चुनाव प्रचार अभियान के बीच पीएम मोदी ने टीम अमर उजाला के विभिन्न मुद्दों से जुड़े सवालों के जवाब दिए।छह चरण के चुनाव के बाद भाजपा की क्या स्थिति है, इसका आकलन तो आप लोग कर ही रहे हैं, लेकिन जिस प्रकार से कांग्रेस और उनके महामिलावटी साथी ऊलजलूल हरकत कर रहे हैं, उससे आपको भाजपा की स्थिति का सही-सही अंदाजा हो जाएगा। आपने देखा होगा कि आखिरी चरण के चुनाव से पहले जब कांग्रेस को अंदाजा हो गया है कि अब पार्टी शर्मनाक पराजय की तरफ बढ़ चली है तो उसने अपने नामदार को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
कांग्रेस ने एक परिवार को बचाने के लिए अपने दो पुराने बैट्समैन को गालीगलौज करने के लिए उतार दिया है, ताकि हार का सारा ठीकरा उनके सिर फोड़ा जा सके। आखिरी चरण के चुनाव से पहले जिस प्रकार से ममता दीदी खुलेआम बदला लेने की धमकी दे रही हैं, क्या ये उनकी हार की छटपटाहट नहीं है? मंगलवार का दिन समूचे भारत के लिए, इस देश के लोकतंत्र के लिए दुखद रहा। पूरे देश ने देखा कि किस प्रकार महामिलावटी दलों ने ममता दीदी के गुंडाराज को भी डिफेंड करने का काम किया।
आखिरी चरण के चुनाव से पहले जिस प्रकार बुआ-बुबआ के साथ-साथ अब समर्थकों में भी लड़ाई छिड़ गई है, क्या उससे साबित नहीं होता कि इनकी महामिलावट बेअसर हो चुकी है? आखिरी चरण से पहले जिस प्रकार पंजाब के भीतर ही कांग्रेस के दिग्गजों की लड़ाई छिड़ गई है, क्या उससे उनकी हताशा पता नहीं चलती है? हालांकि अभी एक चरण का चुनाव बचा है, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि भाजपा प्रचंड जीत और रिकॉर्ड बहुमत की ओर बढ़ चुकी है।
आप कहते हैं कि मुझे गालियां दी गईं, कांग्रेस कहती है कि उनके पूर्वजों को बार-बार चुनाव में घसीटा जाता है, इतनी तल्खी क्यों?
हमारे और उनके बीच में क्या फर्क है, पहले इसे समझिए। हम हमेशा मुद्दों की बात करते हैं, वे सिर्फ अपने परिवार की बात करते हैं। हम विकास के विषयों को उठाते हैं, वे हमेशा यही बताते हैं कि उनके परिवार ने क्या किया। हमने उनके घोटाले की चर्चा की, तो उन्होंने ये धमकी दी कि मेरी इमेज खराब कर देंगे। मैंने उनके पूर्व प्रधानमंत्रियों के पुराने चैप्टर को सिर्फ पलटा, तो वे मुझे और मेरे परिवार को गालियां देने लगे। आप खुद सोचिए, मेरी अब तक की राजनीति में ऐसा कोई भी समय गुजरा है, जब उन्होंने मुझे, मेरे परिवार को गंदी-गंदी गालियां नहीं दी हों?
आखिरी चरण के चुनाव से पहले उन्होंने फिर से अपने राग दरबारियों को खुला छोड़ दिया है, ताकि मुझे फिर से गालियां दे सकें। आप खुद सोचिए, उनके जो पूर्वज हैं, क्या वे देश के प्रधानमंत्री नहीं रहे हैं? और जिन्होंने देश के सबसे बड़े पद पर काम किया हो, क्या वे अपनी जवाबदेही से बच सकते हैं? क्या उनकी एकाउंटेबिलिटी तय नहीं होनी चाहिए? जब उनका परिवार हर चुनाव में उनके नाम पर वोट मांगता है तो क्या देशवासियों को उनके बारे में जानने का हक नहीं है? और इन्होंने जब यह कहा कि 'सेना मोदी की पर्सनल प्रॉपर्टी नहीं है' तब जाकर मैंने सिर्फ उदाहरण दिया की सेना का दुरुपयोग किसे कहते है।
जब मैं लोगों को उनकी करतूतों के बारे में बताता हूं कि कैसे उन्होंने सरकारी रिसोर्सेज का दुरुपयोग किया तो उन्हें चिढ़ होने लगती है। क्या जनता जनार्दन को इस बात को जानने का हक नहीं है कि आखिर क्यों इतने दशक बाद भी एक बड़ी जनसंख्या गरीबी में जीने को अभिशप्त रही? लेकिन अब ये दोहरा रवैया नहीं चलने वाला है।
<no title>साक्षात्कार: मोदी बोले- दीदी बदले की धमकी देती हैं... महामिलावटी उनके गुंडाराज का बचाव भी करते हैं